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MPPSC : मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने दो प्रश्न डिलीट किया,दो के आंसर हुए गलत,बहुत से कैंडिडेट हुए प्रभावित

MPPSC : एमपीपीएससी ने राज्य सेवा और राज्य वन परीक्षा में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है।एक प्रश्न में टाइपिंग एरर की गई है। जिस जवाब पर आपत्ति नहीं थी, वही मान्य कर दिया गया।वहीं, दो प्रश्न डिलीट कर दिए हैं जबकि इनमें से एक के दो विकल्प मान्य होने थे और एक डिलीट होना था। इसका खुलासा प्रोविजनल आंसर की पर लगी आपत्तियों के निराकरण के बाद शुक्रवार रात फाइनल आंसर की जारी होने के बाद हुआ है। कटऑफ में होगी बढ़ोत्तरी इस मामले के एक्सपर्ट शरद त्रिपाठी ने बताया कि इस बड़ी लापरवाही की वजह से हजारों अभ्यर्थी प्रभावित होंगे। इस भर्ती परीक्षा में 1.34 लाख उम्मीदवारों ने एग्जाम दी थी। इनमें से ढाई हजार से कम उम्मीदवार मेंस एग्जाम में शामिल होंगे। कुल 110 पद भरे जाएंगे।अब ऐसे में डिलीट हुए प्रश्नों के अंक दिए जाएंगे। ऐसे में कटऑफ बहुत अधिक जानें वाला है। इस मामले में उम्मीदवार कोर्ट जा सकते हैं। यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई मामले आ चुके हैं। इन दो प्रश्नों को किया गया डिलीट 1. भारतीय साहित्य में जनजातीय जीवन की सांस्कृतिक पंरपरा और विशिष्टताओं पर लेखन के लिए कौन सा सम्मान दिया जाता है। (आयोग ने पहले प्रोविजनल आंसर Ke में इसका जवाब B वीर शंकर शाह दिया था,लेकिन यह गलत था,इसलिए सही विकल्प नहीं होने के चलते इसे डिलीट किया गया) 2. भिम्मा जनजाति के लोग कहां रहते हैं? (इसमें MPPSC ने पहले प्रोविजनल आंसर ke में मंडला व डिंडोरी जिले को सही माना गया था,लेकिन बैतूल व छिंदवाड़ा के विकल्प को भी उम्मीदवार सही बता रहे थे। आपत्तियों के बाद MPPSC ने इसे डिलीट कर दिया ।जबकि नियमानुसार इसे डिलीट नहीं करते हुए दो विकल्प को सही माना जाना चाहिए था) (यानी अब इन प्रश्नों के दो-दो नंबर सभी उम्मीदवारों को मिलेंगे) आंसर की में टाइपिंग एरर सबसे गंभीर आपत्ति स्पैमिंग, फिशिंग से जुड़े सवाल पर हो रही है।MPPSC ने पूछा था कि भ्रामक संदेश,ईमेल टेक्सट संदेशों के रूप में आता है तो आपसे साफ्टवेयर इंस्टाल करने या व्यक्तिगत जानकारी के लिए कह सकते हैं। MPPSC ने प्रोवीजनल आंसर Ke में सही जवाब में सी विकल्प फिशिंग को बताया था,लेकिन इसमें एक सही जवाब विकल्प ए स्पैमिंग भी था यानी MPPSC को दो जवाब सही मानने थे। लेकिन MPPSC ने इसमें फिशिंग विकल्प C के साथ ही विकल्प B वायरस साइनिंग को सही माना, विकल्प A और C सही थे, लेकिन आयोग ने B व C को सही माना,जो गलत है। इसे विकल्प को सही मानने की तो आपत्ति भी नहीं लगी। ऐसे में पूरी आशंका है कि आंसर की में यह टाइप एरर हुआ है। लेकिन इस एक सवाल के जवाब से हजारों उम्मीदवार उलझ गए हैं। इसके पहले प्रोविजनल आंसर की में दूसरे प्रश्न पत्र के 20 से ज्यादा सवालों के आंसर टाइपिंग एरर से गलत हो गए थे जिसे फिर हटाकर दूसरी आंसर की जारी हुई थी। इसके प्रश्न के दो विकल्प होने थे लेकिन एक ही सही माना एक सवाल था बिरहा किस आदिवासी जनजाति की महिलाओं का लोकगीत है (इसका पीएससी ने विकल्प ए गोंड जवाब सही माना था, फाइनल आंसर की में भी इसे ही रखा है, जबकि उम्मीदवारों ने विकल्प बी कोल को भी सही मानने के कारण दिए थे, यानी इसके भी दो जवाब ए व बी होने थे, जिसे आयोग ने मान्य नहीं किया।